धनबाद-
बहुचर्चित नीरज सिंह हत्याकांड को लेकर न्याय की लड़ाई एक बार फिर सड़कों पर दिखाई दी। सोमवार की शाम जस्टिस फॉर नीरज संगठन के आह्वान पर हजारों लोग मोमबत्तियाँ लेकर सड़क पर उतरे। जिला परिषद कार्यालय से शुरू हुआ यह कैंडल मार्च रणधीर वर्मा चौक तक पहुँचा, जहाँ पूरे माहौल में एक ही आवाज गूंज रही थी नीरज सिंह को न्याय दो। मार्च की अगुवाई झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कर रही थीं। समर्थकों के बीच खड़े होकर जब उन्होंने अपने पति को याद किया, तो उनकी आँखें नम हो उठीं और स्वर भर्रा गया। उन्होंने भावुक होकर कहा मैं आखिरी सांस तक अपने पति नीरज सिंह के लिए न्याय की लड़ाई लड़ती रहूंगी। यह संघर्ष केवल मेरा व्यक्तिगत संघर्ष नहीं है, बल्कि पूरे धनबाद की आत्मा की पुकार है। रणधीर वर्मा चौक पर पहुँचने के बाद लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर नीरज सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान न्याय की मांग करते नारों से शहर की गलियाँ गूंज उठीं। उपस्थित लोगों ने कहा कि नीरज सिंह की हत्या केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं, बल्कि पूरे धनबाद की अस्मिता पर गहरा आघात है। समर्थकों ने संकल्प लिया कि जब तक दोषियों को सख्त सजा नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा। आक्रोश और भावनाओं से भरे इस कैंडल मार्च ने यह संदेश दिया कि न्याय की लौ बुझने नहीं दी जाएगी और नीरज सिंह की यादें हमेशा जनता के दिलों में जीवित रहेंगी।