रांची-
झारखंड पुलिस ने ईद मिलाद-उन-नबी पर्व को शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से मनाने के लिए राज्य के सभी जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है। विशेष शाखा ने राज्य के सभी उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह चाक-चौबंद रखा जाए। राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने आज जिले के सभी एसपी और एसएसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर पर्व के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी जिलों में जुलूस और कार्यक्रमों की जानकारी समय से इकट्ठा की जाएगी और संभावित संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जाएगी। पुलिस प्रशासन ने यह भी कहा कि आयोजकों, धार्मिक नेताओं और स्थानीय संगठनों के साथ संवाद स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर भी सतर्कता बरती जाएगी ताकि भड़काऊ संदेश और अफवाहों के फैलने से रोका जा सके। जुलूस मार्गों पर सघन गश्ती और निगरानी के साथ किसी भी असामाजिक तत्व पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जो धर्म या पर्व की आड़ में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। इस दौरान यदि कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति जुलूस में शामिल होता है, तो उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे।साथ ही, पुलिस प्रशासन ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक करने और संभावित विवादों को समय रहते सुलझाने के निर्देश दिए हैं। पर्व के दिन शराबबंदी लागू रहेगी और अवैध शराब, प्रतिबंधित मांस की बिक्री तथा जुए के ठिकानों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जुलूस में बजाए जाने वाले लाउडस्पीकर या डीजे के माध्यम से किसी भी तरह के उत्तेजक या भड़काऊ संदेशों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी। पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए पुलिस ने कहा कि बोकारो में मवेशी विवाद, साहिबगंज में पटाखा फोड़ने को लेकर हुई आगजनी और हजारीबाग में पत्थरबाजी जैसी घटनाओं को दोहराया नहीं जाना चाहिए। प्रशासन और पुलिस मिलकर सुनिश्चित करेंगे कि ईद मिलाद-उन-नबी का पर्व पूरे राज्य में शांति और सौहार्द्र के साथ मनाया जाए।