कुडमी समाज की अस्मिता और अस्तित्व की लड़ाई, संरक्षण की मांग सुधीर मंगलेश
रामगढ़
मो. शाहीद
दुलमी प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष सह जिला प्रवक्ता एवं मीडिया चेयरमेन सुधीर मंगलेश शनिवार को कुडमी समाज के द्वारा आयोजित रेल टेका, मुरी जंक्शन कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस दौरान कुडमी समाज ने अपनी दीर्घकालिक मांगों को दोहराते हुए कहा कि कुडमी समाज को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल किया जाए तथा कुडमाली भाषा को भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। समाज ने इसे अपने अस्तित्व और अस्मिता की लड़ाई बताया।
सुधीर मंगलेश ने कार्यक्रम में शामिल होकर समाज की एकजुटता और संघर्ष को सराहा। उन्होंने कहा कि कुडमी समाज की ऐतिहासिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहचान को उचित मान्यता मिलनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि यह लड़ाई आरक्षण की नहीं, बल्कि कुडमी समाज के संरक्षण की है। इस लड़ाई से झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और भी मजबूत होगी। मौके पर गौरी शंकर महतो उतम महतो अमित कुमार रंजीत कुमार प्रदीप कुमार जितेंद्र महतो राजकुमार महतो बड़ी संख्या में कुडमी समाज के लोग शामिल थे।

