एजीबीजे का 26वां राष्ट्रीय सेमिनार विभावि में संसाधनों के सतत उपयोग पर होगा मंथन
रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि बढ़ी
हजारीबाग
भूगोल के क्षेत्र में शोध और विमर्श को नए आयाम देने के उद्देश्य से दि एसोसिएशन ऑफ जियोग्राफर्स बिहार एंड झारखंड (एजीबीजे) की 26वीं संगोष्ठी व राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन आगामी 11 और 12 अक्टूबर 2025 को विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हज़ारीबाग के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में किया जाएगा। इस बार सेमिनार का मुख्य विषय बिहार और झारखंड में संसाधनों का सतत उपयोग : विकसित भारत @2047 है। इस विषय के अंतर्गत प्रतिभागी विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे, जिसमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, सतत विकास के मॉडल, ऊर्जा और खनिज संसाधनों का बेहतर उपयोग, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संसाधन प्रबंधन तथा विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को साधने की रणनीतियाँ शामिल होंगी। सम्मेलन में देशभर के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों से बड़ी संख्या में प्राध्यापक, शोधार्थी, वैज्ञानिक और विद्यार्थी भाग लेने वाले हैं। यह आयोजन प्रतिभागियों के लिए विचार-विनिमय, नए शोध कार्य प्रस्तुत करने और नेटवर्किंग का एक सशक्त मंच प्रदान करेगा। आयोजन समिति ने प्रतिभागियों की सुविधा को देखते हुए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 20 सितंबर 2025 से बढ़ाकर 25 सितंबर 2025 कर दी है। समिति के इस निर्णय से उन शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को विशेष लाभ मिलेगा जो अब तक पंजीकरण नहीं कर पाए थे।
इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोजन सचिव डॉ. रंजीत कुमार दास ने कहा कि यह सेमिनार न केवल बिहार और झारखंड बल्कि पूरे देश में संसाधनों के सतत उपयोग पर गहन विमर्श का अवसर देगा। उन्होंने सभी इच्छुक प्रतिभागियों से निर्धारित समय सीमा तक पंजीकरण कराने की अपील की।

