1857 की क्रांति के वीर शहीद जयमंगल पांडेय को खिरगांव में श्रद्धांजलि
शहीद की जन्मस्थली पर श्रद्धासुमन अर्पित कर लोगों ने किया नमन, कहा – आजादी उनके बलिदान की देन
हजारीबाग
1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक शहीद जयमंगल पांडेय की स्मृति में शनिवार को उनके जन्मस्थली खिरगांव में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर खिरगांव व आसपास के ग्रामीणों समेत शहर के गणमान्य नागरिकों ने शहीद जयमंगल पांडेय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर शत्रुघ्न पांडेय ने शहीद की वीरगाथा और उनके संघर्षों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जयमंगल पांडेय का योगदान डोरंडा से लेकर चतरा तक फैले स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में अमिट है। उन्होंने कहा कि हम आज जिस आजाद भारत की हवा में सांस ले रहे हैं, वह जयमंगल पांडेय जैसे वीर सपूतों के बलिदान की ही देन है। उनका रक्त इस मातृभूमि के कण-कण में बसता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बटेश्वर मेहता ने कहा कि जयमंगल पांडेय ने क्रूर अंग्रेजी शासन के खिलाफ 1857 की क्रांति में अपने प्राणों की आहुति दी।
उन्होंने कहा कि हजारीबाग की यह धरती इस वीर सपूत की वजह से गौरवान्वित है और जब भी स्वतंत्रता संग्राम की चर्चा होती है, तो जयमंगल पांडेय का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाता है। इस अवसर पर कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि जयमंगल पांडेय की गाथा 1857 की क्रांति का अभिन्न और प्रेरणादायक अध्याय है। उन्होंने कहा कि जब हम उनके योगदान को समझेंगे, तभी जान पाएंगे कि आजादी की यह नींव किन बलिदानों पर टिकी है। आज हम स्वतंत्र भारत में जो सांस ले रहे हैं, उसमें शहीद जयमंगल पांडेय जैसे वीरों का अद्भुत योगदान है। कार्यक्रम का आयोजन समाज के जिला अध्यक्ष सुनील पांडेय के नेतृत्व में किया गया।
शहीद जयमंगल पांडेय के वंशज सचिदानंद पांडेय ने कहा कि पूरा खिरगांव आज गर्व से गौरवान्वित है कि इस मिट्टी ने ऐसे सपूत को जन्म दिया। इनकी गाथा देश के कोने-कोने तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से आग्रह किया कि शहीद जयमंगल पांडेय की स्मृति में स्मारक और ऐतिहासिक संरक्षण कार्य किए जाएं ताकि यह स्थान राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाए। इस अवसर पर किशुन पांडेय, लालकिशोर साहू, संजय साव, मिथलेश पांडेय, उदय पांडेय, ज्ञानदीप कुमार, हीरा कुमार पांडेय, चंदन पांडेय, धीरज सिंह, अर्जुन मेहता, मंगल पांडेय, दीनानाथ पांडेय, गया पांडेय, अरविंद कुमार, विकास कुमार कुशवाहा, विजय पांडेय, विश्वनाथ राम समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंगल स्तुति का पाठ विजय चौबे ने किया, जिससे पूरे वातावरण में देशभक्ति और श्रद्धा का भाव व्याप्त हो गया।

