झारखंड साहित्य संगम, रामगढ़ जिला इकाई का हुआ गठ
डॉ. अशरफ अली अध्यक्ष और डॉ. गजाधर महतो बने सचिव
रामगढ़
मो. शाहीद
जिला रामगढ़ में बुधवार को झारखंड साहित्य संगम की रामगढ़ जिला इकाई का गठन किया गया। गठन के लिए ब्राइट बिगनिंग स्कूल, मौलाना आज़ाद कैंपस, अमवा टांड, हेहल में बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष कफिलुर रहमान ने की, और संचालन प्रांतीय संयोजक डॉ. अमीन रहबर और महासचिव डॉ. ओम प्रकाश ने किया। जबकि प्रांतीय संयोजक वासुदेव प्रसाद और डॉ शाहनवाज खान विशेष रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में साहित्यकार, शिक्षक, वकील और सामाजिक हस्तियां मौजूद थीं। बैठक की शुरुआत स्वागत कविताओं और काव्य पाठ से हुई, इसके बाद संगठन के उद्देश्य और कार्यक्षेत्र पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि झारखंड साहित्य संगम राज्य में भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार, सांस्कृतिक समरसता के निर्माण और विभिन्न भाषाएँ बोलने वाले साहित्यकारों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।बैठक में सर्वसम्मति से जिला इकाई का गठन किया गया, जिसके पदाधिकारी में संरक्षक डॉ. सिद्धेश्वर कश्यप, डॉ. शाहनवाज़ ख़ान और डॉ. सरोज झा झारखंडी, अध्यक्ष डॉ. अशरफ अली, उपाध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद आबिद, सचिव डॉ. गजाधर महतो प्रभाकर, उपसचिव मजहर इमाम, प्रवक्ता: एडवोकेट मोहम्मद जब्बार अंसारी, नरेश प्रजापति, कोषाध्यक्ष मोहम्मद हातिम अंसारी, मीडिया प्रभारी मोहम्मद सलीम अंसारी बनाए गए।बैठक के अध्यक्ष कफिलुर रहमान ने नवगठित समिति को बधाई दी और कहा कि यह संगठन राज्य भर में साहित्यिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगा और नई पीढ़ी में अध्ययन और रचनात्मकता की रुचि बढ़ाएगा। प्रांतीय संयोजक डॉ. अमीन रहबर ने कहा कि झारखंड साहित्य संगम विभिन्न भाषाओं के बीच दोस्ती और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का माध्यम बनेगा।इस अवसर पर अध्यक्ष डॉ. अशरफ अली ने कहा: “भाषाएँ अलगाव नहीं पैदा करतीं, यह दिलों के बीच पुल बनाती हैं, इनकी मिठास सांप्रदायिक समरसता को बढ़ाती है और गंगा-जमुनी तहज़ीब का वह रास्ता दिखाती हैं जहां हर दिल प्रेम और भाईचारे की राह पर चलता है। और यह साहित्य संगम इसी का एक स्पष्ट उदाहरण है।बैठक के अंत में यह तय किया गया कि संगठन भविष्य में कवि सम्मेलन, विचार गोष्ठी, सेमिनार और अन्य साहित्यिक कार्यक्रमों के माध्यम से रामगढ़ में साहित्यिक रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देगा।

