तालाब में डूबती दादी को बचाने के प्रयास में दो मासूम पोते–पोती की दर्दनाक मौत
(लातेहार)
चंदवा
चंदवा प्रखंड के जमीरा पंचायत अंतर्गत रक्सी गांव में गुरुवार की दोपहर एक हृदयविदारक घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को शोक में डूबो दिया। ग्रामीणों की आंखें नम हैं और हर किसी के जुबान पर बस यही शब्द हैं — “अगर वो बच्चे तालाब में नहीं कूदते, तो शायद आज उनकी जान बची होती।”
जानकारी के अनुसार रक्सी गांव निवासी तेतरी देवी (उम्र लगभग 60 वर्ष, पति स्वर्गीय जोगेशन प्रजापति) गुरुवार की दोपहर अपने दो पोते–पोती के साथ मक्का की खेती देखने खेत की ओर गई थीं। खेत के बगल में ही एक बड़ा तालाब (बेंगा बांध तालाब) है। गर्मी और धूल से राहत पाने के लिए तेतरी देवी तालाब में नहाने चली गईं। नहाने के दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूबने लगीं।
दादी को डूबता देख पास में खेल रहे दोनों बच्चे — सुशांत प्रजापति (5 वर्ष) और उसकी बहन छोटी कुमारी (8 वर्ष), पिता धर्मपाल प्रजापति — ने बिना देर किए तालाब में छलांग लगा दी। दोनों मासूमों ने अपनी दादी को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा दी, लेकिन दुर्भाग्यवश वे खुद गहराई में फंस गए। ग्रामीणों ने शोर सुनकर मौके पर पहुंचकर तीनों को बाहर निकाला, पर तब तक सुशांत और छोटी की सांसें थम चुकी थीं।
वहीं, तेतरी देवी को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकालकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंदवा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि दोनों बच्चों के पिता धर्मपाल प्रजापति फिलहाल रोजी-रोटी के सिलसिले में कन्याकुमारी गए हुए हैं। घटना की सूचना मिलते ही वे तुरंत गांव लौटने की तैयारी में हैं।
घटना की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। गांव के लोगों ने बताया कि सुशांत और छोटी दोनों ही बहुत होनहार और हंसमुख बच्चे थे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मृत बच्चों के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
यह हादसा न केवल रक्सी गांव बल्कि पूरे चंदवा क्षेत्र के लिए एक गहरा सदमा है। मासूम पोते–पोती की अपने दादी के लिए दी गई यह कुर्बानी हमेशा लोगों के दिलों में अमर रहेगी।

