चक्रवर्ती सम्राट महाराज जरासंध की 5228 वीं जयंती धूमधाम से मनी
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प्रखंड के बाबू पोखर स्थित शिव मंदिर परिसर में रविवार को अखिल भारतीय चंद्रवंशी महासभा के तत्वधान में मगध सम्राट महाराज जरासंघ की 5228 वीं जयंती व पूजा समारोह कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना के बाद महाआरती किया गया। पूजन समारोह में प्रखंडों के विभिन्न क्षेत्रों से आए कई लोगों ने हिस्सा लिया। समारोह में शामिल श्रद्धालुओं के द्वारा महाराज जरासंध के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया। पूजा के बाद सभा की अध्यक्षता संतोष प्रसाद व संचालन अभिषेक कुमार ने किया। इस दौरान प्रेस क्लब हजारीबाग अध्यक्ष उमेश प्रताप ने कहा कि भारतवर्ष के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट महाराज जरासंध ने अपने राज्य का विस्तार मगध से लेकर कंधार तक किया था। अपने पराक्रम के बल पर कई राज्य पर अपना आधिपत्य स्थापित कर मगध का झंडा लहराने का कार्य किया था। जरासंध अनंत पराक्रमी एवं वीर योद्धा थे। जिनका नाम सुनते हैं दुश्मन भय से कांपते थे। समाज को आज राजनीति क्षेत्र में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की आवश्यकता है। पूर्वजों की अच्छाई से ही भावी पीढ़ी में सकारात्मक सोच का संचार होता है। जिसे अपने जीवन में संचारित करने की जरूरत है। परासी मुखिया अशोक कपरदार ने कहा कि शिक्षित समाज की परिकल्पना महिला पर निर्भर करता है। युवा शक्ति से ही समाज को गति दिया जा सकता है।
चंद्रवंशी समाज का इतिहास महाभारत काल से रहा है। समाज अपने सच्चाई, ताकत, और पराक्रम के नाम से विख्यात है। आज समाज को महाराज जरासंघ के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। पूर्व मुखिया निर्मल कपरदार ने कहा कि जरासंध के द्वापर युग में मगध को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने का कार्य किया गया था। चंद्रवंशी समाज की एकता ही जयंती का प्रतीक है। सभा को बरकट्ठा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अनूप भाई वर्मा, तापेश्वर कुमार चंद्रवंशी, अविनाश वर्मा, प्रकाश राम, अरुण खुशबू, प्रेरणा कुमारी, अनिशा कुमारी समेत कई प्रबुद्धजनों ने संबोधित किया। बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं महिलाओं के बीच कुर्सी रेस का आयोजन हुआ। अनुष्ठान को दीपक कुमार जबकि धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक प्रमोद कुमार द्वारा किया गया। मौके पर महेश चंद्रवंशी, मनोज कपरदार, अशोक कुमार, बब्लू कपरदार, आलोक कुमार,कामेश्वर राम, किशन, अजय कुमार, विजय कुमार, आनंद,अमित, विकास, सूरज कुमार, सोनू, शंकर कपरदार, टिंकू, पीयूष, प्रिंस चन्द्रा,संजय सुमन समेत चंद्रवंशी समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए कई महिला पुरुष उपस्थित थे।

