बोकारो स्टील प्लांट में तकनीकी पेंटिंग से बढ़ी संयंत्र की दक्षता और विश्वसनीयता
पप्पू वर्मा, बोकारो
बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट में निरंतर आधुनिकीकरण और नई रखरखाव तकनीकों के प्रयोग से संयंत्र की कार्यक्षमता और विश्वसनीयता में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। इन्हीं पहलों में से एक है तकनीकी पेंटिंग (Technological Painting), जो पारंपरिक रंग-रोगन से आगे बढ़कर इस्पात संरचनाओं और उपकरणों को दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करने वाली उन्नत प्रणाली है।
संयंत्र की पाइपलाइनों, टैंकों, स्ट्रक्चर्स और मशीनरी को उच्च तापमान, आर्द्रता, धूल तथा रासायनिक धुएं जैसी कठोर परिस्थितियों में कार्य करना पड़ता है। इनसे जंग और घिसाव से सुरक्षा के लिए इपॉक्सी, पॉलीयूरेथेन, ज़िंक-रिच तथा एक्रेलिक पीयू इंटरथेन जैसी आधुनिक कोटिंग तकनीकें अपनाई गई हैं। ये प्रणालियाँ परिसंपत्तियों का जीवन बढ़ाती हैं और रखरखाव लागत घटाती हैं।
इस प्रक्रिया में सतह की सफाई सॉल्वेंट और हाइड्रो-जेट क्लीनिंग से की जाती है, जबकि एयरलेस स्प्रे सिस्टम से कोटिंग की जाती है जिससे समान मोटाई और उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित होती है। हर चरण पर वेट व ड्राई फिल्म थिकनेस और एडहेशन टेस्ट जैसे मानक परीक्षण किए जाते हैं।
तकनीकी पेंटिंग न केवल सुरक्षा और टिकाऊपन सुनिश्चित करती है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल लो-वीओसी पेंट्स के उपयोग से प्रदूषण भी घटता है। यह नवाचार बोकारो स्टील प्लांट की दक्षता और सतत विकास की दिशा में एक अहम कदम है।

