वन्दे मातरम् गीत की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्मरणोत्सव मनाया गया
वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत नहीं बल्कि राष्ट्रको एक सूत्र में बांधने का स्रोत है : डॉ सुनील कुमार चतुर्वेदी
विष्णुगढ़
अमूल्य चंद्र पांडेय
विष्णुगढ़ बनासे स्थित दौलत महतो शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में एनएसएस के तत्वाधान में वंदे मातरम् गीत की 150वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर स्मरणोत्सव मनाया गया। जिसके तहत राष्ट्रीय गीत का समूह गायन् किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि वंदे मातरम् राष्ट्रीय गीत नहीं बल्कि राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का स्रोत है,वंदे मातरम् भारतीयों को गुलामी से आजादी दिलाने में प्रेरक, उत्साह वर्धक प्रतीक साबित हुआ।इस कार्यक्रम में उपस्थित होने वाले आईक्यूऐसी कॉर्डिनेटर एवं एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कुमारी स्वर्णा मिश्र, डीएलएड विभागाध्यक्ष बबली कुमारी, प्राध्यापकगण जिनमें, डॉ ओमकार नाथ शर्मा, अशोक कुमार झा, वीरेन्द्र देव, राघवेंद्र प्रताप, सरोज श्रीवास्तव, राजेश कुमार बर्मा, प्रवीण कु जायसवाल, विपिन कुमार, जितेंद्र कुमार, अदृश मुखर्जी, डॉ सतीश चंद यादव,जयपाल राणा, डॉ अम्बरीश कु दुबे, डॉ विजयकांत चक्रवर्ती, सीमा, अजीत कुमार भुवनेश्वर कुमार महतो, संतोष कुमार, विनोद कुमार, धर्मनाथ महतो, सौरभ सुमन, प्रीती पुनम हेमब्रम, आजाद, नाजरा, सुनीता, डीएलएड के सभी प्रशिक्षुओं की उपस्थिति सराहनीय रही।

