झारखंड स्टेट अंतरराज्यीय मीटिंग : 21 दिसंबर 2025 को होने वाले राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार कार्यक्रम के संदर्भ चर्चा
रांची
एचजीवीएस इंडिया द्वारा आयोजित विश्वकर्मा समाज के समग्र विकास पर केंद्रित झारखंड स्टेट अंतरराज्यीय मीटिंग का आयोजन रांची में मोराबादी के समीप सभागार में हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर विश्वकर्मा वंशजों के लिए एचजीवीएस मुंबई इंडिया द्वारा आगामी 21 दिसंबर 2025 को होने वाले राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार कार्यक्रम के संदर्भ में विस्तृत चर्चा किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता विश्वकर्मा समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉक्टर दिलीप सोनी ने किया। संचालन स्टेट कोऑर्डिनेटर विक्रांत विश्वकर्मा ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बंगाल स्टेट के कोऑर्डिनेटर हरीश शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र राणा एवं कामदेव राणा मंच पर विराजमान थे। इस बैठक में हजारीबाग, चतरा, पलामू, धनबाद, गढ़वा, रांची के विभिन्न संगठनों के प्रमुख उपस्थित हुए और इस संदर्भ में अपने-अपने विचारों को रखें। विषय का प्रवेश करते हुए स्टेट कोऑर्डिनेटर विक्रांत विश्वकर्मा ने कहा की मुंबई में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की पुरस्कार का कार्यक्रम विश्वकर्मा समाज के लिए गौरव की बात है इसकी परिकल्पना करने वाले और इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक मुंबई के प्रोफेसर दिलीप कुमार विश्वकर्मा बधाई के पात्र है। विश्वकर्मा समाज के पांचो वर्गों में जो भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं उनका चयन कर उन्हें पुरस्कार से नवाजा जाएगा हम सभी इस कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे। मुख्य अतिथि बंगाल के स्टेट कोऑर्डिनेटर हरीश शर्मा ने मुंबई में हो रहे हैं कार्यक्रमों के संदर्भ में बारीकी से सभी पहलुओं को बताते हुए कहां की मुंबई में 21 दिसंबर 2025 को तीन तरह के पुरस्कार दिए जाएंगे विश्वकर्मा रत्न, विश्वकर्मा भूषण, विश्वकर्मा गौरव है। आप इस कार्यक्रम में शिरकत करें और कार्यक्रम की भव्यता और दिव्यता को बनाए रखने में आप अपना महती योगदान दें। विश्वकर्मा समाज के सर्वांगीण विकास के माध्यम से विश्वकर्मा समाज के लिए केवल पुरस्कार ही नहीं समाज के युवाओं को रोजगार देने की भी परिकल्पना कर रखी है। समाज के हर लोग अधिक से अधिक आय प्राप्त करें उसके लिए साधन की भी व्यवस्था हेतु कार्य प्रगति पर है।
विशिष्ट अतिथि श्री वीरेंद्र राणा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि विश्वकर्मा समाज अपने आप में सक्षम है जरूरत है केवल उनके अंदर आत्म बल को मजबूत बनाए रखने की। मुंबई में होने वाली कार्यक्रम शामिल होकर प्रत्येक व्यक्ति समाज के प्रगति में अपना योगदान देंगे। विशिष्ट अतिथि श्री कामदेव राणा ने भी अपने जोशीले आवाज में समाज के लोगों से आह्वान किया कि आप मुंबई में जाकर कार्यक्रम में भाग लेकर एक पंथ दो काम करेंगे आप मुंबई जैसे शहरों का भ्रमण कर कई जानकारियां हासिल करेंगे और कार्यक्रम की भव्यता और दिनव्यता को पहचानेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं डॉक्टर दिलीप सोनी ने समाज की दशा और दिशा को स्पष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करना बहुत बड़ी उपलब्धि है ऐसे कार्यक्रम के मुख्य आयोजन को कोटि-कोटि धन्यवाद करते हैं। विश्वकर्मा वंश जो द्वारा निर्मित वस्तुओं को हम सभी का उपयोग करना चाहिए और स्वदेशी की भावना भावना से यदि हम इन सामग्रियों को खरीदेंगे तभी हमारे विश्वकर्मा वंशजों के आर्थिक उन्नति हो सकती है। मुंबई के कार्यक्रम में विश्वकर्मा समाज के जो भी लोग को पुरस्कार मिलती है तो पुरस्कार पाने वाले जिस राज्य के भी हो उसे राज्य के मुख्यमंत्री को उनके नाम का भारत सरकार के पास केंद्र सरकार द्वारा प्रदत पुरस्कार हेतु नाम भेजना चाहिए। सभागार में उपस्थित समाज के बुद्धिजीवियों ने अपने-अपने अपने प्रश्नों के माध्यम से कई जानकारियां हासिल किया और एक स्वर में मुंबई के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहां की अन्य लोगों को भी इस संदर्भ में जानकारी हमारे माध्यम से होगी और अधिक से अधिक लोग मुंबई जाकर कार्यक्रम को देख सकेंगे।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों को प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रजापति ने किया।

