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पतरातु में सांसद मनीष जायसवाल ने किया प्रेस- वार्ता, कहा पतरातु से झारखंड में ऊर्जा के क्षेत्र में आएगी एक नई क्रांति

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पतरातु में सांसद मनीष जायसवाल ने किया प्रेस- वार्ता, कहा पतरातु से झारखंड में ऊर्जा के क्षेत्र में आएगी एक नई क्रांति

पीवीयूएनएल यूनिट-1 के सीओडी पर सांसद मनीष जायसवाल ने टीम को सराहा, बताया पीएम मोदी और रघुवर दास की दूरदर्शिता का फल

पतरातू

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने सोमवार को बड़कागांव के विधायक रोशन लाल चौधरी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, रामगढ़ जिला भाजपा अध्यक्ष प्रवीण मेहता सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ पतरातू स्थित पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (पीवीयूएनएल) का दौरा किया। तत्पश्चात सांसद मनीष जायसवाल ने पतरातु लेक रिसॉर्ट सभागार में एक प्रेस -वार्ता को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने पीवीयूएनएल की यूनिट नंबर-1 के 05 नवंबर 2025 को हुए वाणिज्यिक संचालन (सीओडी) की शुरुआत को झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि और ऊर्जा यात्रा में एक नया अध्याय बताया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के तत्कालीन सीएम रघुवर दास की दूरदर्शिता का ही ये परिणाम हैं जिन्होंने इस परियोजना को धरातल पर उतारा। सांसद मनीष जायसवाल ने इस परियोजना की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की दूरदर्शी नीति को दिया। उन्होंने कहा कि लगभग 20 हजार करोड़ की लागत से बनने वाला यह प्लांट, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2018 में किया था, अब झारखंड की सबसे बड़ी ऊर्जा परियोजना के रूप में साकार हो चुका है।

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सांसद मनीष जायसवाल ने संतोष व्यक्त किया कि 4 हजार मेगावाट क्षमता वाले इस पावर प्लांट से अब झारखंड को प्रचुर मात्रा में बिजली उपलब्ध होगी, जो राज्य की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि बतौर झारखंड विधानसभा सदस्य इस परियोजना को पारित होते देखने और अब हजारीबाग लोकसभा सांसद के रूप में इसकी पूर्णता का साक्षी बनना उनके लिए गर्व का विषय है। सांसद मनीष जायसवाल ने इस दौरान उन लोगों पर भी निशाना साधा जो अब इस सफलता का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि कुछ पूर्व के विआईपी रिजेक्टेड नेता जो क्षेत्र को पर्यटन स्थल और बपौती समझते थे, जिनकी अकर्मण्यता के कारण जनता ने उन्हें नकार दिया और वर्तमान झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार के वे लोग जिनका इस ऐतिहासिक पहल से कोई संबंध या योगदान नहीं रहा, वे भी अब क्रेडिट लेने की होड़ में शुतुरमुर्ग की तरह बाहर निकल आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह परियोजना पूर्ण रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी के नेतृत्व का परिणाम है, जिसने झारखंड को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया है। परियोजना धरातल पर उतरने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं क्षेत्र का सर्वांगीण विकास भी संभव होगा।

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