भगवान बिरसा मुंडा एवं महात्मा नारायणदास ग्रोवर जयंती पर आयोजित समारोह में बतौर अतिथि शामिल हुए युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा
बिरसा मुंडा और नारायणदास ग्रोवर जैसे महापुरुषों की जयंती हमें संघर्ष, सेवा और समाज के प्रति समर्पण की प्रेरणा देती है : हर्ष अजमेरा
हजारीबाग
एडी ग्रोवर मेमोरियल लाइब्रेरी में शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा और महात्मा नारायणदास ग्रोवर की जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा शामिल हुए। उनकी उपस्थिति से समारोह में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हुआ। समारोह में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अशोक कुमार तथा तरंग ग्रुप के संचालक अमित कुमार भी मौजूद रहे, जिनकी सहभागिता ने कार्यक्रम की महत्ता को और बढ़ा दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण से हुई, जहां उपस्थित सभी लोगों ने दोनों महापुरुषों के योगदान को नमन किया। समारोह के दौरान बच्चों को सम्मानित भी किया गया। बच्चों को पुरस्कार और प्रमाणपत्र मिलने पर उनके चेहरों पर उत्साह और गर्व की झलक साफ दिखाई दी। उपस्थित अभिभावकों और अतिथियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करते हैं।
अपने संबोधन में हर्ष अजमेरा ने भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष,त्याग और समाज के अधिकारों के लिए उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि आदिवासी अस्मिता, साहस और संघर्ष का प्रतीक हैं, जिनके आदर्श आज भी समाज को नई दिशा देते हैं। साथ ही उन्होंने महात्मा नारायणदास ग्रोवर के शिक्षा, समाजसेवा और मानवता आधारित कार्यों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि महात्मा ग्रोवर जैसे व्यक्तित्व समाज को संस्कार, सेवा और सद्भाव का रास्ता दिखाते हैं, और उनकी जयंती हमें उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा देती है। अजमेरा ने युवाओं से इतिहास और महापुरुषों के आदर्शों को जीवन में अपनाने की अपील करते हुए कहा कि समाज तभी प्रगति कर सकता है जब युवा पीढ़ी अपने विरासत, संस्कृति और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहे। समारोह गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ। अतिथियों, आमजन और बच्चों की सक्रिय उपस्थिति ने इसे एक प्रेरक और यादगार आयोजन बना दिया।

