विस्थापित को 24 लख रुपए प्रति एकड़ मिलने वाले राशि को को बढ़ाकर 50 लख रुपए किया जाए : रोशन लाल
बड़कागांव रितेश ठाकुर
बड़कागांव: मंगलवार को षष्ठम झारखंड विधानसभा के चतुर्थ शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने बड़कागांव एवं केरेडारी प्रखंड क्षेत्र में संचालित कोल खनन परियोजनाओं में विस्थापित परिवारों को मिलने वाले मुआवजा एवं पुनर्वास राशि के मामले में सरकार को घेरते हुए सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बड़कागांव एवं केरेडारी प्रखंड क्षेत्र में संचालित कोल खनन परियोजनाओं में विस्थापित परिवारों को मिलने वाली मुआवजा एवं पुनर्वास राशि आज के परिवेश के अनुपात में अत्यंत कम है। वर्तमान समय में प्रति एकड़ मात्र 24 लाख रुपये अथवा उससे कम मुआवजा दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विस्थापितों को ₹10,85,000 का पुनर्वास भत्ता तथा प्रति एकड़ ₹3,000 मासिक पेंशन प्रदान की जाती है।
जिसका निर्धारण आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व किया गया था। वर्तमान स्थिति में महंगाई, भूमि मूल्य एवं आज की जीवन-यापन लागत को देखते हुए यह राशि बिल्कुल अपर्याप्त है। अतः सदन के माध्यम से मैं सरकार से मांग करता हूँ कि एकमुश्त मुआवजा राशि को ₹24 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख प्रति एकड़ किया जाए।
एकमुश्त पुनर्वास भत्ता को ₹10.85 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख प्रति वयस्क किया जाए। वहीं पेंशन राशि को बढ़ाकर ₹10,000 प्रति माह किया जाए। आगे उन्होंने कहा कि मैं खुद विस्थापित परिवार का सदस्य हूं, इस नाते विस्थापितों का दर्द समझता हूं। विस्थापितों के समुचित सम्मान, सुरक्षा एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाना आवश्यक है ताकि विस्थापित परिवारों को उनके हक और अधिकार मिले। और यह उन्हें मिलना ही चाहिए क्योंकि यह उनका अधिकार है। मैं विस्थापित प्रभावित परिवारों के साथ हर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।

