वित रहित शिक्षक वित्तीय वर्ष 2025-26 के अनुदान प्रपत्र नहीं भरेंगे ज़ब तक कि 75% अनुदान वृधि पर निर्णय नहीं होगा
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हजारों वित्त रहित शिक्षक कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आज विधानसभा के सामने विशाल महा धरना दिया। महा धरना के बाद मोर्चा ने मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सोपा। जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह में मोर्चा के शिक्षक कर्मचारी मुख्यमंत्री के आवास का घेराव अर्धनंग होकर करेगे। महा धरना में राज्य भर के शिक्षक कर्मचारी आए हुए थे। भारी संख्या में महिलाएं भी महा धरना में आई हुई थी। संस्कृत शिक्षक पीला वस्त्र पहने हुए थे। और मदरसा शिक्षक टोपी पहने हुए थे। महा धरना 10:00 बजे से शुरू हो गया। महा धरना में निर्णय लिया गया कि कोई भी उच्च विद्यालय, इंटर कॉलेज, संस्कृत विद्यालय और मदरसा विद्यालय 2025-26 के लिए अनुदान प्रपत्र नहीं भरेंगे जब तक की 75% अनुदान वृद्धि के मामले का कैबिनेट में सहमति नहीं हो जाती है। महा धरना पर शिक्षकों ने एक स्वर से कहा कि जब वित्त और विधि ने 75% अनुदान बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सहमति दे दिया गया है तो फिर कैबिनेट में इसे रोकने का क्या औचित्य है. 05 माह से ज्यादा हो गए अभी तक मुख्यमंत्री शिक्षा सचिव से विमर्श नहीं किये। महा धरना स्थल पर सारे शिक्षक कर्मचारियों ने कहा कि और इसके लिए अपना शपथ पत्र भी जमा किए की जब तक 75% अनुदान मिलेगा नहीं हम अनुदान प्रपत्र नहीं भरेंगे।
मोर्चा के मांगों में ये पांच मुख्य है. जिसमे
1-वित्त और विधि के सहमति के बाद 75% अनुदान वृद्धि के प्रस्ताव को अभिलंब मंत्री परिषद की सहमति लेकर इसकी अधिसूचना जारी की जाए। 2- राज्य कर्मी की दर्जा के लिए कार्मिक विभाग के पत्र पर अभिलंब कार्रवाई किया जाए।
3- सावित्रीबाई फुले बालिका समृद्धि योजना के लिए पोर्टल को अभिलंब खोला जाए।
4-पेन की अनिवार्यता इस वर्ष तक स्वैच्छिक रखा जाए। 5- 21 विद्यालयों के अनुदान जो रोका गया है उसे अभिलंब निर्गत किया जाए। 6-अनुदान की राशि सीधे जैक के माध्यम से स्कूल कॉलेजों को संबद्ध डिग्री कॉलेज के समान भेजी जाए। महा धरना पर शिक्षकों ने सर्वसम्मति से कहा कि यह लड़ाई मोर्चा के अस्तित्व के लिए है। राज्य सरकार जानबूझकर वित्त रहित स्कूल कॉलेज के शिक्षकों को परेशान कर रही है। जब संबद्ध डिग्री कॉलेज को 75% का लाभ वित्तीय वर्ष 2024-25 में ही दे दिया गया तो फिर स्कूल कॉलेजों को देने में कौन सी बाधा आ रही है. वित्त विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि 56 करोड़ राशि देने के लिए है राशि की कमी नहीं है। तो फिर रोकने का क्या औचित्य है. महा धरना को अरविंद सिंह, देवनाथ सिंह, मनोज तिर्की, अनिल तिवारी, गणेश महतो, मनीष कुमार, पशुपति महतो, विनय उराव, नरोत्तम सिंह, रघु विश्वकर्मा, संजय कुमार, अजय कुमार सिंह, मुरारी सिंह ,सिद्धेश्वर सिंह, रंगलाल रवि ,बलदेव पांडे, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, फजलुल कदीर अहमद, इंद्रदेव मेहता के साथ दो दर्जन से ज्यादा शिक्षकों ने संबोधित किया। शिक्षकों ने अपने संबोधन में कहा कि 75% अनुदान के लिए कोई भी कुर्बानी देनी होगी हम सभी शिक्षक तैयार हैं। महिलाओं ने कहा कि हम धरना प्रदर्शन में और घेराव में सबसे आगे रहेंगे. महा धरना में उपस्थित शिक्षकों ने नारा लगाया कि जब तक 75% अनुदान वृद्धि नहीं तब तक अनुदान प्रपत्र भी नहीं भरेंगे। बैठक में शिक्षक नेताओं ने कहा कि यह लड़ाई आर-पार की है। और सरकार वित रहित संस्थाओं को बंद करना चाहती है। सरकार की साजिश कभी सफल नहीं होने देंगे। महा धरना में बहुत से नेताओं ने कहा कि अभी तक 12% की राशि जो एक माह पहले जिला कोषागार में गई है ।
आज तक संस्थाओं को नहीं गया। जिला कार्यालय द्वारा 10 से 15% राशि मांगी जा रही है। महा धरना स्थल पर अध्यक्ष मंडल की एक बैठक हुई जिसमें सर्व सम्मति से निर्णय हुआ कि प्रत्येक स्कूल कॉलेज अपने क्षेत्र के विधायकों से 75% अनुदान की राशि के लिए मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखवाएंगे।
बैठक में दूसरा निर्णय हुआ कि अगर 31 दिसंबर 2025 तक 75% राशि पर निर्णय नहीं हुआ तो मोर्चा जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह में मुख्यमंत्री आवास को घेरेगा।मुख्यमंत्री आवास को 5000 से 7000 शिक्षक अर्धनग्न होकर घेराव करेंगे। और उस दिन शिक्षक फुल पैंट और गंजी पहनकर प्रदर्शन में उतरेंगे. बैठक में तय किया गया कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में राज्यभर के शिक्षक कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों का घेराव उनके आवास पर करेंगे ।और मांगों से संबंधित ज्ञापन देंगे। बैठक में तय किया गया कि संघर्ष ,धरना प्रदर्शन हमेशा होते रहेगा।
अध्यक्ष मंडल के नेता रघुनाथ सिंह,गणेश महतो, मनीष कुमार, अरविंद सिंह एवं मनोज तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के घेराव के पहले राज्य के मोर्चा के सभी नेता पूरे राज्य का दौरा करेंगे और घेराव में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शिक्षकों को आने का आवाहन करेंगे।
18 दिसंबर को मोर्चा ने अध्यक्ष मंडल की बैठक बुलाया है। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। महा धरना की अध्यक्षता मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंदेश्वर पाठक ने किया और मंच संचालन गणेश महतो ने किया। उक्त निर्णय की जानकारी प्रेस को मनीष कुमार ने दिया है।

