13 वर्षीय यमुना हो के दिल में छेद, ईलाज में गरीबी बन रही बाधा
पोटका से सुरेश कुमार महापात्र की रिपोर्ट
पोटका प्रखण्ड अंतर्गत पोड़ा भूमरी निवासी यमुना हो कि जिंदगी कितनी दुर्भाग्यपूर्ण है , पिता नहीं है, भाई नहीं है, मां विधवा के सहारे तीन तीन बहन की जिम्मेदारी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, मझली बहन इंटर कर चुकी है यमुना हो कस्तूरबा पोटका में आठवीं वर्ग में पढ़ रही थी । सब ठीक ठाक चल ही रहा था की अचानक एक रोज खेलते खेलते कस्तूरबा में ही यमुना गिर पड़ी तो वार्डेन द्वारा उसकी मां सोमबारी को इसकी सूचना दी गई। तेज धड़कन धड़ धड़ कर ऐसे अचानक गिर जाना कुछ अस्वाभाविक समझ कर चिकित्सकीय जांच करवाने से पता चला की 13 वर्षीय यमुना की दिल में छेद है। ये बात जब उसकी मां को पता चला तो उनके रो रो के बुरा हाल हो गया। कैसे क्या होगा ऐसी गरीबी के हालात में कैसे करा पाएंगी समुचित चिकित्सा। कैसे स्वस्थ्य होंगी उनकी बच्ची। उनकी ऐसी हालत को देख कर गांव एक व्यक्ति फूल चांद लोहार एवं कमल बागती पोटका के पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल को इस घटना से अवगत कराया।पूर्व पार्षद पोटका प्रखंड स्थित पोड़ा भूमरी गांव के न्यू टोला में उपस्थित होकर बच्ची से मिले तथा उनके माता को आश्वासन देते हुए हर संभव सहयोग का भरोसा देते हुए बुधबार को ब्रम्हानंद अस्पताल में ले जाकर आयुष्मान योजना के तहत चिकित्सा की समुचित व्यवस्था करवाने की बात कही। पूर्व जिला पार्षद के साथ कमल बागती, गोपीनाथ मुर्मू, फूलचंद लोहार एवं सत्यानंद मंडल भी उपस्थित थे।

