हजारीबाग-
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड की महागठबंधन सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में महागठबंधन की सरकार तो है, लेकिन कांग्रेस की भूमिका कहीं दिखाई नहीं देती। साव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एनटीपीसी, प्रशासन और सरकार ने मिलकर उनके मान-सम्मान को ठेस पहुँचाने की कोशिश की है। उनका कहना है कि उनकी इंडस्ट्रीज को तोड़फोड़ कर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुँचाया गया, जबकि इस उद्योग से पूरा परिवार लाभान्वित होता था। उन्होंने डीजीपी से लेकर एसपी तक पर आरोप लगाया कि उनकी निगरानी में पुलिस ग्रामीणों पर लाठियाँ बरसा रही है और कंपनी को संरक्षण दे रही है। सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस कंपनी की है या विस्थापित रैयतों की। पूर्व मंत्री ने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि यह सरकार जल, जंगल और जमीन की रक्षा के नाम पर बनी थी, लेकिन अब स्थिति उलट है। आदिवासियों को गोली मारने और जेल भेजने की धमकियाँ दी जा रही हैं। साव ने वरीय पुलिस अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रात में विस्थापितों को आतंकवादियों की तरह प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से स्पष्ट किया कि यदि यही स्थिति रही तो जनता का आक्रोश सड़कों पर फूटेगा और इसका परिणाम सरकार को भुगतना होगा।