नई दिल्ली-
चुनाव आयोग ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को कथित तौर पर दिल्ली के दो विधानसभा क्षेत्रों नई दिल्ली और जंगपुरा में दो अलग-अलग इलेक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड (EPIC) नंबर रखने के मामले में नोटिस जारी किया है। आयोग ने उनसे 8 सितंबर को सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ERO) ने नोटिस में कहा है कि खेड़ा का नाम एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में दर्ज है, जो जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के तहत अपराध है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
अमित मालवीय का आरोप
नोटिस जारी होने से कुछ घंटे पहले ही भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आरोप लगाया था कि पवन खेड़ा के पास दो एक्टिव EPIC नंबर हैं। उन्होंने लिखा, राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ की बात करते हैं, लेकिन उनकी मां सोनिया गांधी ने भी भारतीय नागरिक बनने से पहले मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया था। अब पवन खेड़ा के पास दो एक्टिव वोटर आईडी नंबर पाए गए हैं। क्या उन्होंने कई बार मतदान भी किया? यह चुनावी कानून का उल्लंघन है।
पवन खेड़ा का पलटवार
खेड़ा ने मालवीय के आरोपों को खारिज करते हुए जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 2016 में घर बदलने के बाद उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा से अपना नाम हटाने के लिए फॉर्म-7 दाखिल किया था। उन्होंने लिखा, 2016 के बाद से चार चुनाव हो चुके हैं और चारों बार मतदाता सूची में संशोधन भी हुआ होगा। इसके बावजूद मेरा नाम नई दिल्ली की सूची में रहना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। मालवीय का यह स्टंट मानता है कि आयोग मतदाता सूची की अखंडता बनाए रखने में विफल रहा है।
अब आगे क्या?
चुनाव आयोग इस मामले में खेड़ा के जवाब पर विचार करेगा। यदि यह पाया गया कि उन्होंने जानबूझकर दो निर्वाचन क्षेत्रों में नाम दर्ज कराया है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।