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मोदी सरकार ने दी दिवाली से पहले बड़ा तोहफा, GST स्लैब घटाकर केवल दो किए गए

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नालंदा-

त्योहारों के सीजन में केंद्र सरकार ने देशवासियों के लिए खुशखबरी दी है। जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल ने अप्रत्यक्ष करों की दरों में सुधार करते हुए चार टैक्स स्लैब को खत्म कर केवल दो स्लैब को मंजूरी दी है। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मंत्री किरन रिजिजू ने इस फैसले को देशवासियों के लिए दिवाली का तोहफा करार दिया। राजगीर में पत्रकारों से बातचीत में रिजिजू ने कहा कि अब आम लोगों की रोजमर्रा की चीजें सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली पर्व के अवसर पर देश की जनता को सबसे बड़ा तोहफा दिया है। जीएसटी काउंसिल के दो स्लैब वाले फैसले से लोगों की जिंदगी आसान और किफायती होगी।

GST स्लैब में बदलाव

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में रिफॉर्म का ऐलान किया। इसके तहत 12% और 28% वाले स्लैब को हटा दिया गया है। अब केवल 5% और 18% वाले स्लैब लागू रहेंगे। साथ ही, सरकार ने हेल्थ और जीवन बीमा पॉलिसी पर जीएसटी दर को शून्य कर दिया है। इसका मतलब अब इन पॉलिसियों पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। ये बदलाव 22 सितंबर से पूरे देश में लागू होंगे।

हीरो एशिया कप में शामिल नहीं हो पाए रिजिजू

राजगीर में आयोजित हीरो एशिया कप (मेंस) 2025 के बारे में बात करते हुए रिजिजू ने कहा कि हॉकी इंडिया की ओर से उन्हें मैच देखने का निमंत्रण मिला, लेकिन कैबिनेट मीटिंग के कारण वे शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी अवसर पर वे राजगीर स्टेडियम में मैच देखने का प्रयास करेंगे। सरकार का यह बड़ा फैसला आम लोगों और बीमाधारकों दोनों के लिए लाभकारी माना जा रहा है।

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राज्य प्रमुख
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हंसराज चौरसिया स्वतंत्र स्तंभकार और पत्रकार हैं, जो 2017 से सक्रिय रूप से पत्रकारिता में कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी शुरुआत स्वतंत्र प्रभात से की और वर्तमान में झारखंड दर्शन, खबर मन्त्र, स्वतंत्र प्रभात, अमर भास्कर, झारखंड न्यूज़24 और क्राफ्ट समाचार में स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं। साथ ही झारखंड न्यूज़24 में राज्य प्रमुख की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। रांची विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर (2024–26) कर रहे हंसराज का मानना है कि पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज की आवाज़ को व्यवस्था तक पहुंचाने का सार्वजनिक दायित्व है। उन्होंने राजनीतिक संवाद और मीडिया प्रचार में भी अनुभव हासिल किया है। हजारीबाग ज़िले के बरगड्डा गाँव से आने वाले हंसराज वर्तमान में रांची में रहते हैं और लगातार सामाजिक न्याय, लोकतांत्रिक विमर्श और जन मुद्दों पर लिख रहे हैं।
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