राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे — उमवि बारहमसिया में छात्रों ने गूंजाया देशभक्ति का स्वर
पप्पू वर्मा कसमार बोकारो
कसमार (बोकारो): उत्क्रमित मध्य पूर्व विद्यालय बारहमसिया में आज राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं ने एक स्वर में राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन कर देशभक्ति का अद्भुत वातावरण निर्मित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् के मूल स्वरूप के साथ हुई, जिसे महान साहित्यकार वंकीम चंद्र चट्टोपाध्याय ने रचा था। इस गीत ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जन-जन में जोश और आत्मबल का संचार किया था।
विद्यालय के शिक्षकों ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र की पहचान, एकता और गौरव का प्रतीक है। छात्रों ने हाथों में तिरंगा लहराते हुए “भारत माता की जय, वंदे मातरम्” के नारों से परिसर को गूंजा दिया।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। मौके पर प्रधानाध्यक अनिल महतो,अजय नायक,अनीता कुमारी,मेनका प्रजापति,smc अध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो प्रधानमंत्री प्रीति सिंह के अलावे इस सुंदर प्रस्तुत पर गांव के लोग शामिल थे

