स्वदेशी अभियान पर कांग्रेस का तंज
विदेशी वस्त्रों में लिपटे मोदी स्वदेशी का पाठ पढ़ने निकले हैं जनता पाखंड समझ चुकी है_आलोक दुबे
रांची
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी विदेशी वस्त्रों में लिपटी छवि और स्वदेशी का पाठ पढ़ाने की कोशिशों में एक बड़ा पाखंड छिपा है। उन्होंने कहा, “उम्र भर ग़ालिब यही भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी मगर आईना साफ़ करता रहा,” और इसी संदर्भ में उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
दुबे ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने भारत के निर्यातित उत्पादों पर 50% टैक्स लगाया है, लेकिन केंद्र सरकार इस मामले में चुप है। उन्होंने कहा कि अब भारत को अमेरिकी सामान का बहिष्कार करना चाहिए ताकि दुनिया को भारत की ताकत का एहसास हो सके।
कांग्रेस नेता ने कहा, “140 करोड़ की आबादी वाला भारत विश्व का सबसे बड़ा बाज़ार है। यदि यहाँ के उपभोक्ता अमेरिकी वस्तुओं का बहिष्कार कर दें तो अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं को खुद स्वदेशी अपनाकर आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए, बजाय इसके कि वे केवल भाषणों और नारों पर निर्भर रहें।
दुबे ने प्रधानमंत्री मोदी के विदेशी ब्रांड्स के उपयोग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जो स्वयं विदेशी ब्रांडों में लिप्त हों, वे देश को स्वदेशी का पाठ कैसे पढ़ा सकते हैं?” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मोदी Bvlgari के चश्मे, Armani के सूट और Maybach की गाड़ी का उपयोग करते हैं, जो स्वदेशी भावना का मज़ाक उड़ाते हैं।
आलोक दूबे ने यह भी कहा कि सरकार की नीतियाँ भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के बजाय विदेशी बाजारों पर निर्भर बना रही हैं। उन्होंने बताया कि 2021 से 2025 के बीच प्रधानमंत्री की विदेशी यात्राओं पर ₹362 करोड़ से अधिक खर्च किया गया है, जो गरीब किसानों और बेरोज़गार युवाओं के कल्याण में लगाया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक पहुँच चुका है, जो ‘मेड इन इंडिया’ के नारे के बावजूद भारतीय बाजारों में चीन के सामान की भरमार को दर्शाता है।
दुबे ने भाजपा नेताओं से अपील की कि वे दिखावे की राजनीति छोड़कर सच्चे अर्थों में स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और भारतीय उत्पादों को अपनाने की दिशा में काम करें। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता अब भाजपा की “स्वदेशी नीति” को केवल पाखंड और प्रचार मान चुकी है।
इस प्रकार, आलोक कुमार दुबे ने स्पष्ट किया कि भाजपा की स्वदेशी नीति केवल एक छलावा है, और देशवासियों को वास्तविकता का सामना करना होगा।

