गैड़ा गांव में 72 वर्ष पूर्व आजादी के पहले हो रही है दुर्गा पूजा, जुटते हैं हजारों श्रद्धालु
झारखण्ड न्यूज24 बरकट्ठा
जया अहमद
बरकट्ठा। प्रखंड क्षेत्र के ग्राम गैड़ा में 72 वर्ष पूर्व 1943 से दुर्गा पूजा का पर्व मनाया जाता रहा है। बरकट्ठा प्रखंड का सबसे प्राचीनतम दुर्गा पूजा में से एक है। स्थानीय ग्रामीण बताते है कि वर्ष 1942 ईस्वी को गांव में महामारी फैल गई थी। तब गांव वालों ने दुर्गा पूजा करना शुरू किया एवं दैवीय कृपा से गांव ने महामारी से मुक्ति पाई। गैड़ा दुर्गा पूजा में बरकट्ठा एवं बरही प्रखंड क्षेत्र के लगभग तीन दर्जन से अधिक गांव के लोग शामिल होते हैं। यहां नवमी में बकरा बलि देने की प्रथा चली आ रही है। जबकि विजयदशमी में यहां भव्य मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों लोग मेला देखने पहुंचते हैं। सोमवार सप्तमी के अवसर पर गांव के युवकों द्वारा कलिंग विजय नाटक का मंचन किया जाएगा। महाष्टमी के अवसर पर डांडिया एवं भक्ति जागरण का आयोजन होगा।
नवमी को महिषासुर वध तथा विजयदशमी को श्री कृष्ण नाटक का मंचन किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुखिया सुमन देवी, उप मुखिया चन्द्रदीप पांडेय, मुखिया प्रतिनिधि श्यामा प्रसाद साव, गांव प्रमुख शत्रुघ्न पांडेय, सदानंद पांडेय, पूजा समिति अध्यक्ष मुकेश कुमार राय, सचिव कुमार सौरभ पांडेय, कोषाध्यक्ष उमेश पंडित, उमाकांत पांडेय, जयनंदन यादव, भोला राम, अमरदीप पांडेय, पंकज राय, संजय वर्मा, दिलीप पांडेय, विवेक कुमार राय, बलराम राय, संजय पंडित, अभिषेक राय, वीरेंद्र यादव, अमर साव, मुकेश राणा, विनय मोदी, रघुनंदन साव, इंद्रजीत पांडेय, दिलीप पांडेय, बबूनी मिर्धा, किशोर मोदी, हीरालाल पांडेय, सीताराम पासवान, लीलाधारी राणा, अंबिका रविदास, सुभाष ठाकुर, गंगाधर रवानी समेत अन्य लोग शामिल हैं।

