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ईश्वर ने हमें जितनी शक्तियां दी है उतनी जवाबदेही भी : स्वामिनी संयुक्तानंद

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ईश्वर ने हमें जितनी शक्तियां दी है उतनी जवाबदेही भी : स्वामिनी संयुक्तानंद

पप्पू वर्मा, बोकारो

बोकारो : चिन्मय विद्यालय बोकारो में आयोजित हो रहे पांच दिवसीय हरि सेवा कैंप के दूसरे दिन भी विद्यार्थियों की अलग – अलग गतिविधियों को सीखने की उत्सुकता देखने को मिली। आज प्रातःकालीन सत्र में चिन्मय मिशन बोकारो की आवासीय आचार्या स्वामिनी संयुक्तनंदा ने सभी विद्यार्थियों से ‘मानव जीवन क्यों खास है ‘ विषय पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे भगवान ने हम सभी को जितनी ज्यादा आजादी और शक्तियां दी है, उतनी ही ज्यादा उनके प्रति जवाबदेही भी होती है।

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इसके बाद ग्रुप 1 के विद्यार्थियों को सदगुरु सदाफलदेव जी महाराज गौशाला ले जाया गया। इस ग्रुप के साथ चिन्मय बोकारो के प्राचार्य श्री सूरज शर्मा, सी.सी.एम.टी.ई.सी की अकादमिक एडमिनिस्ट्रेटर श्रीमती मीना श्रीराम, चिन्मय विद्यालय बोकारो से पुनीत दोषी, संजीव कुमार,शुभम कुमार और प्रिया राजीव भी उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों को गाइड किया। इसमें चिन्मय गुवाहाटी , ऊंचाहार, जमशेदपुर, ओडिशा और चिन्मय बोकारो के विद्यार्थी शामिल थे। वहां विद्यार्थियों ने गोवंश के अलग – अलग नस्ल को पहचाना और उसके बारे में जानकारी ली। इसके बाद बच्चों ने गौशाला में सेवा किया और वहां मौजूद गोवंशों को चारा,पुआल खिलाया। साथ ही, गौशाला की सफाई की और सीखा कि कैसे गाय का देखभाल किया जाता है।

विद्यार्थियों ने गौशाला में मशीन से बनने वाले उपले को भी देखा।और गाय के ताजे दूध की पेकिंग होते हुए भी देखी। विभिन्न प्रदेशों से आए विद्यार्थियों ने कहा कि इतना माजा और इतनी सीख अपने शहर में रहकर कभी नहीं मिलती। हरि सेवा कैंप के माध्यम से ये अवसर मिला और ये बहुत खुशी की बात है।
आज भी विभिन्न समूहों में बच्चों ने ट्री पेंटिंग , पॉट मेकिंग, ब्रूम मेकिंग,पेपर मेकिंग, बुक बॉन्डिंग एवं बरी पापड़ बनाना सिखा।
सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सूरज शर्मा, उप प्राचार्य नरर्मेन्द्र कुमार एवं हेड मास्टर गोपालचंद मुंशी ने सभी समूहों की एक्टिविटी को देखा और बच्चों का हौसला बढ़ाया।
प्राचार्य सूरज शर्मा ने बच्चों के बेहतरीन प्रयासों को देखकर सराहना की और तारीफ करते हुए कहा, “बच्चों की मेहनत, लगन और रचनात्मकता वाकई काबिल-ए-तारीफ है। ऐसे प्रयास न केवल उनके व्यक्तित्व को निखारते हैं, बल्कि विद्यालय का नाम भी रोशन करते हैं। मैं सभी छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि वे आगे भी इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे।
इस शिविर में विद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षिकाये उपस्थित थी।
किताबी शिक्षा के साथ साथ अध्यात्म का भी पाठ पढ़ाया गया बच्चों को।

सांध्यकालीन सत्र में सभी बच्चों ने भगवान स्वामी अय्यप्पा जी की संध्या आरती में गए और भगवान श्री अय्यप्पा जी की आरती की।

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