राधा गोविंद विश्वविद्यालय में हिंदी सप्ताह 2025 का भव्य समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह
रामगढ़
मो. शाहीद
राधा गोविंद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हिंदी सप्ताह 2025 का समापन सह पुरस्कार वितरण समारोह बड़े हर्षोल्लास और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय की कुलाधिपति बी एन साह, सचिव प्रियंका कुमारी, कुलपति प्रो. (डॉ.) रश्मि, कुलसचिव प्रो. (डॉ.) निर्मल कुमार मंडल , वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार, प्रबंध समिति सदस्य अजय कुमार के लिए स्वागत गीत गाकर किया। तत्पश्चात सभी विशिष्ट अतिथियों को पौधा देकर सम्मानित किया गया।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मनमीत कौर ने स्वागत भाषण देते हुए सप्ताह भर चले विभिन्न आयोजनों—कविता-पाठ, निबंध-लेखन, वाद-विवाद, भाषण —की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि “हिंदी सप्ताह छात्रों के लिए भाषा को समझने, आत्मसात करने और सृजनात्मकता प्रदर्शित करने का सशक्त मंच है।”विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी एन साह ने अपने शुभकामना संदेश में कहा “हिंदी साहित्य समाज की नब्ज को पहचानने और उसे शब्द देने की क्षमता रखता है। आज की युवा पीढ़ी को चाहिए कि वे हिंदी में लेखन की परंपरा को और समृद्ध करें। वहीं सचिव प्रियंका कुमारी ने कहा “आज हिंदी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। तकनीकी और डिजिटल युग में हिंदी की संभावनाएँ अनंत हैं, विद्यार्थियों को इसका अधिकतम उपयोग करना चाहिए।”इस अवसर पर कुलपति प्रो. (डॉ.) रश्मि ने कहा “हिंदी हमारी अस्मिता और संस्कृति की धड़कन है। मातृभाषा का सम्मान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
जब हम हिंदी में सोचते और लिखते हैं, तब हमारी अभिव्यक्ति सबसे सशक्त होती है।”कुलसचिव प्रो. (डॉ) निर्मल कुमार मंडल ने अपने वक्तव्य में कहा “हिंदी हमारी आत्मा की भाषा है। यह केवल साहित्य की नहीं, बल्कि विज्ञान और तकनीक की भी भाषा बनने की क्षमता रखती है। युवाओं को चाहिए कि वे हिंदी को आत्मविश्वास के साथ व्यवहार और शोध की भाषा बनाएं।”परीक्षा नियंत्रक प्रो. डॉ. अशोक कुमार ने अपने संबोधन में कहा “हिंदी दिवस और हिंदी सप्ताह केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि भाषा-संवर्धन का संकल्प है। छात्र-छात्राओं को इसे रोज़मर्रा की भाषा बनाने की आवश्यकता है।”
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को स्मृति-चिह्न एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कविता-पाठ में सुधा कुमारी प्रथम रहीं, वाद-विवाद प्रतियोगिता में सुधा कुमारी और अंजली कुमारी यादव क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहीं, वहीं निबंध-लेखन में गीता कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में अंजली कुमारी यादव विजेता रही। हिंदी में हस्ताक्षर अभियान 2025 और सेल्फी बोर्ड इस कार्यक्रम के आकर्षण का मुख्य केंद्रबिंदु रहा। धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक डॉ. अंजनी कुमार मिश्रा ने प्रस्तुत किया तथा संचालन डॉ. सत्येन्द्र कुमार ने किया। मौके पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में हिंदी विभाग के छात्रों में नेहा, छाया, राधा, निशा, स्वेता, किशोर, चन्द्रशेखर, गोपाल, नागेश्वर आदि का विशेष योगदान रहा।
समापन सह पुरस्कार वितरण समारोह ने छात्रों में हिंदी भाषा के प्रति गर्व और आत्मीयता को नई ऊर्जा दी तथा उन्हें हिंदी साहित्य और सृजन की ओर प्रेरित किया।

