झारखंड ने रचा इतिहास — 50वीं सब-जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप में उपविजेता बना राज्य
बोकारो
देहरादून में 4 से 10 अक्टूबर तक आयोजित 50वीं सब-जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप 2025 झारखंड के लिए ऐतिहासिक रही।
पहली बार झारखंड की सब-जूनियर टीम ने पूरे देश के बीच अपनी क्षमता और संघर्ष की मिसाल पेश करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान (रनर-अप) हासिल किया।
इस उपलब्धि ने झारखंड बास्केटबॉल के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया है और यह साबित किया है कि राज्य के खिलाड़ी किसी भी बड़े मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
झारखंड ने टूर्नामेंट की शुरुआत लोअर पूल से की, लेकिन टीम का प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि हर मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी टीम एकतरफा पराजित हुई।
टीम की जीत का क्रम इस प्रकार रहा ।छत्तीसगढ़ को 111-18 से हराया
पंजाब को 100-31 से मात दी
पुड्डुचेरी को 106-21 से परास्त किया
चंडीगढ़ को 99-23 से शिकस्त दी
पश्चिम बंगाल को 80-16 से हराया
हिमाचल प्रदेश को 104-22 से रौंदा
हर मैच में झारखंड की टीम ने सटीक पासिंग, मजबूत डिफेंस और आक्रामक खेल से दर्शकों को रोमांचित किया।
क्वार्टर फाइनल: राजस्थान पर रोमांचक जीत ।
क्वार्टर फाइनल में झारखंड और राजस्थान के बीच हुआ मुकाबला सांसें रोक देने वाला रहा।
कभी राजस्थान आगे, तो कभी झारखंड। लेकिन अंतिम क्वार्टर में झारखंड ने ज़बरदस्त वापसी करते हुए 74-66 से जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में धमाकेदार प्रवेश किया।
सेमीफाइनल: महाराष्ट्र पर एकतरफा जीत ।
सेमीफाइनल मुकाबले में झारखंड का सामना महाराष्ट्र से हुआ।
झारखंड के खिलाड़ियों ने कोर्ट पर पूरी ऊर्जा के साथ प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र को 97-62 से हराया और पहली बार फाइनल में कदम रखा।
इस जीत ने पूरे राज्य के खेलप्रेमियों को रोमांचित कर दिया।
फाइनल: उत्तर प्रदेश से रोमांचक मुकाबला ।
फाइनल मैच में झारखंड का सामना उत्तर प्रदेश से हुआ।
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला।
झारखंड ने पूरे खेल में उत्तर प्रदेश को कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंतिम मिनटों में सिर्फ 2 अंकों के अंतर से पीछे रह गया।
हालांकि यह हार झारखंड के लिए सम्मानजनक रही, क्योंकि यह पहली बार था जब राज्य की टीम ने नेशनल फाइनल में जगह बनाई।
पुरस्कार और सम्मान
इस ऐतिहासिक सफलता पर बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) ने झारखंड टीम को ₹2 लाख का नकद पुरस्कार प्रदान किया।
साथ ही झारखंड के होनहार खिलाड़ी रितेश को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए “बेस्ट शूटर अवार्ड” और ₹25,000 नकद पुरस्कार दिया गया।
कोच और एसोसिएशन की अहम भूमिका
टीम की सफलता के पीछे झारखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन के सेक्रेटरी श्री जे. पी. सिंह और हेड कोच अरिफ आफताब का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
दोनों के मार्गदर्शन में टीम ने रणनीतिक खेल, अनुशासन और आत्मविश्वास का परिचय दिया।
टीम के सहयोगी प्रशिक्षक जलाल, अज़हर, आदर्श, किंकर, विशाल और अदिति ने भी टीम को इस ऊंचाई तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई।
राज्यभर में खुशी की लहर
झारखंड की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे राज्य में उत्साह की लहर है।
रांची, बोकारो, जमशेदपुर और धनबाद में खेल प्रेमियों ने जीत का जश्न मनाया।
झारखंड निर्माण के बाद यह पहला मौका है जब राज्य की किसी सब-जूनियर बास्केटबॉल टीम ने फाइनल तक पहुँचकर उपविजेता का खिताब जीता है।
भविष्य के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा
यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
झारखंड की इस टीम ने यह साबित किया है कि मेहनत, एकजुटता और जुनून से कोई भी राज्य इतिहास रच सकता है।
झारखंड टीम फाइनल मुकाबले के बाद ट्रॉफी के साथ समूह में — “इतिहास रचने वाले खिलाड़ी”।
हेड कोच अरिफ आफताब और सेक्रेटरी जे. पी. सिंह टीम के साथ विजय क्षण साझा करते हुए
रितेश को ‘बेस्ट शूटर अवार्ड’ प्राप्त करते हुए सम्मानित किया गया

