9 नवंबर को अपराह्न 3 बजे बोकारो हवाई अड्डा को अविलंब चालू कराने को लेकर इसके गेट पर नागरिक अधिकार मंच द्वारा प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पप्पू वर्मा बोकारो
बोकारो हवाई अड्डा से यात्री विमानों की उड़ान शुरू करने हेतु कई सालों से बार बार तारीखें घोषित कर भी इसे प्रारंभ नहीं करना बोकारो और इसके आसपास की जनता के साथ न सिर्फ धोखा है बल्कि इस पूरे क्षेत्र के विकास के साथ खिलवाड़ है ये बातें नागरिक अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ ने मंच की एक बैठक में आज दिनांक 7 नवंबर को कहा साथही इस बात की भी जानकारी दिया कि बोकारो हवाई अड्डा के निर्माण में अभीतक एक सौ करोड़ रुपए खर्च होगए हैं । ज्ञात हो कि इसे प्रारम्भ करने में बरती जारही घोर लापरवाही एवं जानबूझकर की जारही देरी के विरोध में नागरिक अधिकार मंच द्वारा एक जनांदोलन प्रारंभ किया गया था जिसके तहत बोकारो जिला से संबंधित सभी वर्तमान एवं निवर्तमान जनप्रतिनिधियों के साथही सूबे के वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों तथा महामहिम राज्यपाल महोदय, केंद्रीय उड्डयन मंत्री सहित प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया था । जनांदोलन के बढ़ते दबाव को देखते हुए जिला के वर्तमान उपायुक्त ने सक्रियता दिखाते हुए इस हवाई अड्डा के प्रारम्भ होने में होने वाले विलंब के कारणों को दूर करते हुए इसे 5 नवंबर को शुरू करने हेतु कुछ महीनों पहले घोषणा किया था मगर यह सिर्फ घोषणा होकर ही रह गया ।
आज की बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि बोकारो हवाई अड्डा को चालू होने में राज्य सरकार, केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय, केंद्रीय विमान पत्तनन विभाग, सेल या जिला प्रशासन चाहे जो अड़ंगा लगारहा है या अकर्मण्यता वरत रहा है अथवा राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारण विलंब कर रहा है वह अपने में सुधार कर सारी अड़चनों को दूर करे अन्यथा नागरिक अधिकार मंच द्वारा पुनः जनांदोलन खड़ा किया जाएगा । इसके साथही यह भी निर्णय लिया गया कि दिनांक 9 नवंबर रविवार को अपराह्न 3 बजे बोकारो हवाई अड्डा के गेट पर प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन करते हुए सभी जवाबदेह संस्थाओं को चेतावनी दी जाएगी कि बोकारो की जनता को धोखा देना बंद किया जाय और बोकारो हवाई अड्डा को अविलंब चालू करने हेतु शुद्ध मन से प्रयास करे अन्यथा भयंकर जनाक्रोश का सामना करना होगा ।
आज के कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के बाद राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् के गायन के साथ किया गया और इसके 150 वर्ष होजाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए देश के स्वतंत्रता आंदोलन में इसके महत्व पर भी चर्चा किया गया । यह राष्ट्रीय गीत आज भी संपूर्ण देश वासियों की प्रेरणा और ओज का प्रतीक बना हुआ है ।
आज की बैठक में नागरिक अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ के साथ ही रघुवर प्रसाद, मृणाल कांत चौबे, अखिलेश ओझा, गंगेश पाठक, विजय त्रिपाठी, गौरी शंकर सिंह, उमेश मिश्र, वीरेंद्र मिश्र, लक्ष्मण शर्मा, सरोज तिवारी, ललित कुमार, उमेश शर्मा, ज्ञानचंद जयसवाल, सतीश सिंह सहित कई समाजसेवी उपस्थित थे

