विहिप मार्गदर्शक मंडल की बैठक में शामिल हुए झारखंड के संत
धनबादः
देशभर के शीर्ष 300 से अधिक संतों की उपस्थिति में दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्ग दर्शक मंडल की बैठक हुई। बैठक में झारखंड के प्रमुख संत भी शामिल हैं।
धनबाद के प्रमुख संत स्वामी लक्ष्मी नारायण पुरी ने बैठक के संबंध में बताया कि विषय प्रस्तावना विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने रखा। कहा कि लाल किला आतंकी हमले के षडयंत्र में शामिल सभी आतंकियों को सजा मिल जाएगी, लेकिन हमें उस मानसिकता से निपटना है जो स्कूल, कालेज और अन्य संस्थानों में जिहाद के नाम पर आतंकी पैदा करता है।
ऐसे तत्वों व विचारों पर कैसे रोक लगे, उसपर आगे क्या रणनीति हो, वह तय करने की आवश्यकता है।
महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि दिल्ली में हुए आतंकी हमले के आरोपी का समर्थन करने की प्रवृत्ति अत्यंत चिंताजनक है।
उन्होंने मांग की है कि देश की संसद कठोर और प्रभावी कानून लाए। उन्होंने देवालयों की सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति तथा जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता पर भी बल दिया।
ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज की अध्यक्षता में प्रारंभ हुए बैठक में स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद, आचार्य बालकानंद, गीता मनीषी ज्ञानानंद जी महाराज, अखाड़ा परिषद के महामंत्री राजेंद्र दास
झारखंड से वीरेन्द्र विमल, स्वामी कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, स्वामी आत्मानंद पुरी, स्वामी लक्ष्मीनारायण पुरी, प्रान्तीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख युगल किशोर प्रसाद, बलदेव पाण्डेय, लक्ष्मण कुमार और उत्तर बिहार के संत रामशंकर दास तथा संत किरण दास थे।

