लंबित मांगों को लेकर आंदोलनकारियों का एकदिवसीय धरना, आयुक्त को सौंपा गया मांग पत्र
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने चेताया, मांगें नहीं मानी गईं तो होगा आंदोलन तेज
हजारीबाग
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले झारखंड आंदोलनकारियों ने बुधवार को हजारीबाग में एक दिवसीय धरना आयोजित कर अपनी वर्षों से लंबित मांगों को लेकर सरकार और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित इस धरना कार्यक्रम के बाद आंदोलनकारियों ने उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल के आयुक्त को एक विस्तृत मांग पत्र सौंपा।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि झारखंड राज्य के गठन में आंदोलनकारियों की ऐतिहासिक और निर्णायक भूमिका रही है, लेकिन राज्य निर्माण के वर्षों बाद भी उन्हें सम्मान और सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि उनकी जायज मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन को और व्यापक तथा तेज करने को मजबूर होंगे। मोर्चा के प्रतिनिधियों ने आयुक्त से मांगों पर विधि सम्मत और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रशासन इस विषय की गंभीरता को समझते हुए आवश्यक कदम उठाएगा। धरना कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। मांग पत्र के माध्यम से झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने आंदोलनकारियों के सामाजिक सुरक्षा, सम्मान और भविष्य से जुड़ी आठ प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें जेल जाने की बाध्यता समाप्त करने, चिन्हित आंदोलनकारियों को पेंशन देने, राजकीय मान-सम्मान, समूह बीमा और निशुल्क चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ बच्चों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक इन मांगों का समाधान नहीं होता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

