नगर भवन बरही में डिजिटल पंचायत प्रज्ञा केंद्र संचालकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित
ग्राम पंचायत स्तर पर ई-गवर्नेंस को सशक्त बनाने पर दिया गया जोर, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने वीएलई को बेहतर कार्य करने का दिया संदेश
बरही
नगर भवन बरही में सोमवार को डिजिटल पंचायत मुख्यालय प्रज्ञा केंद्र संचालकों का एक दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण शिविर का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि जीप उपाध्यक्ष किशुन यादव, प्रमुख मनोज रजक, बीडीओ जयपाल महतो, सीओ चंद्रशेखर कुणाल, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक इशो सिंह, जिप सदस्य प्रीति गुप्ता, उपप्रमुख देवलाल कुशवाहा, 20 सूत्री अध्यक्ष इकबाल रजा, धनवार मुखिया राजेंद्र प्रसाद, बरसोत मुखिया मोतीलाल चौधरी, भंडारों मुखिया प्रतिनिधि सकलदेव यादव, करसो मुखिया प्रतिनिधि मुकेश राम, बेन्दगी मुखिया सिकंदर राणा, डपोक मुखिया प्रतिनिधि अर्जुन रविदास, दुलमाहा मुखिया नारायण यादव, पूर्व मुखिया दशरथ यादव, कांति देवी, राजेंद्र रुखरियार, तोखन प्रजापति, सीएससी डीजीग्राम मैनेजर मुकेश झा, सीएससी डिस्ट्रिक्ट मैनेजर रौशन कुमार एवं एसबीआई डिविजनल हेड मनीष कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संचालन वीएलई कोनरा जयदीप कुमार सिन्हा ने किया।
स्वागत सभी अतिथियों को बुके देकर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीप उपाध्यक्ष किशुन यादव, प्रमुख मनोज रजक, जिप सदस्य प्रीति गुप्ता एवं धनवार मुखिया राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि डिजिटल पंचायत व्यवस्था ग्रामीण विकास में नई दिशा दे रही है। उन्होंने कहा कि निष्ठा पूर्वक कार्य कर रहे डिजिटल पंचायत वीएलई ग्रामीण जनता तक सुविधाएं पहुँचा रहे हैं। सरकारी तंत्र को चाहिए कि वे इनकी हर प्रकार से सहायता करें ताकि योजनाओं का लाभ समय पर जनता तक पहुँचे। बीडीओ जयपाल महतो ने कहा कि पंचायत के बुनियादी विकास में प्रज्ञा केंद्र संचालकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य स्थापना दिवस को लेकर सभी पंचायतों में जनता दरबार आयोजित होने जा रहा है, जिसमें प्रज्ञा केंद्र संचालक की भूमिका निभा रहे हैं। डिजिटल पंचायत का उद्देश्य ई-गवर्नेंस को सशक्त बनाना, पारदर्शिता बढ़ाना और ग्रामीण नागरिकों को ऑनलाइन सेवाओं से जोड़ना है। सीओ चंद्रशेखर कुणाल ने कहा कि जाति, आय व आवासीय प्रमाणपत्र निर्गत करने में बरही प्रखंड पूरे जिले में अव्वल है। इसमें प्रज्ञा केंद्र संचालकों का योगदान सराहनीय है और आगे भी इसी तरह जनसेवा करते रहें।
प्रशिक्षण सत्र में निम्न विषयों पर पंचायत अवार्ड एंट्री, पंचायत प्रोफाइल एंट्री, पंचायत डेटा एंट्री, एसबीआई लाइफ संबंधित जानकारी दी गई। डिजीग्राम मैनेजर मुकेश झा ने कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालय में कार्य करना वीएलई की जिम्मेदारी है और उन्हें निर्धारित समय पर सेवाएँ उपलब्ध करानी चाहिए। जीप उपाध्यक्ष किशुन यादव ने कहा कि पारदर्शिता और सेवा भावना से कार्य करने वाले वीएलई डिजिटल भारत के आधार स्तंभ हैं। प्रमुख मनोज रजक ने कहा कि प्रज्ञा केंद्र संचालक सरकार और जनता के बीच मजबूत कड़ी के रूप में काम कर रहे हैं, इसलिए सभी विभागों को सहयोग देना चाहिए। मौके पर जयदीप कुमार सिन्हा कोनरा, मोती सिंह बरही पश्चिमी, कुंदन कुमार बरही पूर्वी, प्रभात कुमार सिंह करसो, पप्पू इक्का खोड़ाहार, संदीप सिंह केदारुत, मो. नईम अंसारी गौरिया करमा, नितेश कुमार रसोईया धमना, दिलीप रजक बेंदगी, विरेंद्र यादव बसरिया, गणेश यादव करियातपुर, मनीष कुमार दुलमहा, रंजीत केसरी बरसोत, नान्हू यादव बिजैया, राजेश कुमार गुप्ता भंडारों, अब्दुल कलाम मलकोको, रामदेव यादव डपोक, चंदन कुमार कोल्हुआकला, उमेश कुमार धनवार सहित अन्य प्रज्ञा केंद्र संचालक शामिल थे।

