विशेष गुरु गोष्ठी का आयोजन, ऑनलाइन सर्वे और ड्रॉपआउट बच्चों की वापसी पर दिया गया प्रशिक्षण
कटकमदाग
कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत बीआरसी खपरियावा में आज दिनांक 15 दिसंबर 2025 को एक विशेष गुरु गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नागेश्वर सिंह ने की, जबकि संचालन बीआरपी पंकज कुमार गुप्ता एवं सीआरपी संजय कुमार राणा ने संयुक्त रूप से किया। बैठक के मुख्य एजेंडे में 11 दिसंबर से 15 जनवरी तक डहर ऐप के माध्यम से शिशु गणना करना, असाक्षर व्यक्तियों को चिन्हित कर उल्लास ऐप में सर्वे करना तथा ई-विद्या वाहिनी के माध्यम से ड्रॉपआउट बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पुनः विद्यालय से जोड़ने से संबंधित विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। उपस्थित प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को ऑनलाइन सर्वेक्षण की प्रक्रिया, सावधानियों एवं समय-सीमा की जानकारी दी गई। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नागेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिशु गणना प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों द्वारा की जाती है और यह शिक्षा व्यवस्था का मूल आधार है।
इसी गणना के आधार पर शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहली बार यह सर्वेक्षण ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है, इसलिए इसे पूरी सतर्कता और निर्धारित समय में पूरा करना आवश्यक है। उन्होंने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में दिव्यांग बच्चे सर्वे से छूटने न पाएं। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार का लक्ष्य देश को शत-प्रतिशत साक्षर राष्ट्र बनाना है। इसी उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष असाक्षर व्यक्तियों की परीक्षा लेकर उन्हें तृतीय, पंचम एवं अष्टम कक्षा के समकक्ष प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाते हैं।
जो व्यक्ति पूर्व में परीक्षा में सम्मिलित हो चुके हैं, उन्हें पुनः सर्वे में शामिल कर उच्च कक्षा की परीक्षा में भाग लेने हेतु प्रेरित करना आवश्यक है, ताकि भारत को पूर्ण साक्षर राष्ट्र बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके। इस अवसर पर प्रखंड के सभी प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष मो. जहांगीर अंसारी, शिव शंकर पाठक, प्रवीण कुमार, एहतेशाम अरशद, बिंदु लता, मनोज कुमार उपाध्याय, मो. मुजाहिर, एहसान मंजर, वासिफ जाहिर एहसान, बजरंगी राम, सुधीर पांडेय सहित सभी बीआरपी एवं सीआरपी की उपस्थिति रही। बैठक को सफल बनाने में सभी प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी सराहनीय रही।

