धर्म, साहस और बलिदान की अमर गाथा : 24 नवंबर को बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाएगा गुरु तेग बहादुर जी का शहादत दिवस
हजारीबाग
आगामी 24 नवंबर को सिख समुदाय सहित समस्त देशवासी श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहादत दिवस को बड़े ही श्रद्धा, भक्ति और भावनाओं से परिपूर्ण वातावरण में मनाएंगे। गुरु तेग बहादुर जी, जिन्हें हिंद दी चादर कहा जाता है, ने अपने प्राणों की आहुति देकर धर्म, मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए जो बलिदान दिया, वह सदा इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।
गुरुद्वारों में इस अवसर पर अखण्ड पाठ, कीर्तन दरबार, कथा-वाचन और लंगर सेवा का आयोजन किया जाएगा। शहर के प्रमुख गुरुद्वारों में विशेष दीवान सजाए जाएंगे, जहाँ संगत गुरु महाराज के जीवन और शिक्षाओं का स्मरण कर नतमस्तक होगी। श्री गुरु सिंह सभा हजारीबाग की ओर से बताया गया है कि यह दिवस केवल शहादत का स्मरण मात्र नहीं, बल्कि मानवता, भाईचारा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा का पर्व है। गुरु तेग बहादुर जी का जीवन यह सिखाता है कि धर्म की रक्षा हेतु यदि बलिदान भी देना पड़े, तो पीछे नहीं हटना चाहिए। इस अवसर पर हजारीबाग सहित पूरे देश में श्रद्धालु बड़ी संख्या में कीर्तन, अरदास और सेवा कार्यों में शामिल होंगे, और गुरु महाराज की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेंगे। जानकारी मीडिया प्रभारी ने दी।

