पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने के फैसले के खिलाफ किया उग्र प्रदर्शन
मौजूदा केंद्र सरकार योजनाओं की आत्मा और मूल भावना को कमजोर कर गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रही है- मुन्ना सिंह
हजारीबाग-
पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने जिला अध्यक्ष जयप्रकाश भाई पटेल नेतृत्व में बुधवार को मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने के फैसले के विरोध में पुराना समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ मजदूरों, ग्रामीणों और आम नागरिकों की बड़ी भागीदारी देखने को मिली। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मुन्ना सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि यह महात्मा गांधी के विचारों और मूल्यों पर आधारित गरीबों, मजदूरों और ग्रामीण भारत के सम्मान के साथ जीवन जीने के अधिकार की गारंटी है।
ऐसी ऐतिहासिक योजना से गांधी जी का नाम हटाने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण, असंवैधानिक और जनविरोधी है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष केवल एक नाम बचाने का नहीं, बल्कि संविधान, सामाजिक न्याय और जनहित की रक्षा का संघर्ष है। मुन्ना सिंह जी ने आरोप लगाया कि मौजूदा केंद्र की सरकार योजनाओं की आत्मा और मूल भावना को कमजोर कर गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रही है। कांग्रेस पार्टी इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है और हमेशा गरीबों, मजदूरों तथा ग्रामीण समाज की आवाज बनकर खड़ी रही है। चाहे सड़क हो या सदन, कांग्रेस हर मोर्चे पर जनहित के लिए संघर्ष करती रहेगी। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की और सरकार से निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की। अंत में मुन्ना सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक कांग्रेस का यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा।

