विधायक मनोज यादव ने अनुमंडलीय अस्पताल बरही और चौपारण अस्पताल में चिकित्सकों की कमी का मुद्दा विधानसभा में उठाया
शीतकालीन सत्र में तारांकित प्रश्न के जरिए विधायक मनोज कुमार यादव ने सरकार से मांगा जवाब, सदन के तुरन्त बाद जल्द नियुक्ति का मंत्री ने दिया आश्वासन
बरही
बरही अनुमंडलीय अस्पताल और चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की भारी कमी का मामला झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठा। बरही विधायक मनोज कुमार यादव ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से सरकार का ध्यान इस गंभीर जनहित के मुद्दे की ओर आकर्षित करते हुए स्पष्ट जवाब मांगा।विधायक ने सदन में प्रश्न उठाते हुए पूछा कि क्या यह सत्य है कि बरही अनुमंडलीय अस्पताल एवं चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सृजित पदों की तुलना में चिकित्सकों की संख्या अत्यंत कम है। इस पर सरकार की ओर से स्वीकार किया गया कि वर्तमान में बरही अनुमंडलीय अस्पताल में मात्र 05 चिकित्सक तथा चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल 02 चिकित्सक ही कार्यरत हैं, जबकि यहां मरीजों का दबाव लगातार बना रहता है।
जीटी रोड पर स्थित हैं दोनों स्वास्थ्य केंद्र, बढ़ी रहती है दुर्घटना की आशंका :
विधायक मनोज कुमार यादव ने अपने तारांकित प्रश्न में यह भी उल्लेख किया कि बरही अनुमंडलीय अस्पताल एवं चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दोनों ही एनएच जीटी रोड पर स्थित हैं। इस कारण सड़क दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है और बड़ी संख्या में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को इन्हीं स्वास्थ्य केंद्रों में लाया जाता है। इस बिंदु पर भी सरकार ने स्थिति को स्वीकारते हुए कहा कि दोनों अस्पताल जीटी रोड पर स्थित हैं और यहां सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित आपात मरीजों का दबाव लगातार रहता है। विधायक ने आगे सवाल किया कि जब चिकित्सकों की कमी और दुर्घटनाओं की आशंका दोनों ही बातें स्वीकारात्मक हैं, तो क्या सरकार संबंधित अस्पतालों में सृजित पदों के अनुरूप डॉक्टरों की नियुक्ति करने का विचार रखती है? यदि हां, तो यह प्रक्रिया कब तक पूरी होगी और यदि नहीं, तो इसके क्या कारण हैं? इस पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चिकित्सकों की उपलब्धता के आधार पर पदस्थापन की कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के हस्तक्षेप के बाद मंत्री ने आश्वस्त किया कि सदन के तुरन्त बाद बरही और चौपारण में चिकित्सकों की बहाली की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लोगों की चिंता :
बरही और चौपारण क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सीमित संख्या में चिकित्सक होने के कारण मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। विशेष रूप से सड़क दुर्घटनाओं और गंभीर बीमारियों के मामलों में स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है। विधायक द्वारा विधानसभा में यह मुद्दा उठाए जाने से क्षेत्र की जनता को उम्मीद है कि आने वाले समय में अस्पतालों में डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी और स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होंगी।

