संविधान भारतीय लोकतंत्र की आधार स्तंभ :-कलिंद्र
झारखण्ड न्यूज 24
लोहरदगा
इमरान हुसैन
लोहरदगा: 26 नवंबर संविधान दिवस के अवसर पर आज दिनांक 26 नवंबर दिन बुधवार को झालसा रांची के निर्देशानुसार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार लोहरदगा के अध्यक्ष राजकमल मिश्रा तथा सचिव राजेश कुमार के दिशा निर्देश पर उच्च विद्यालय जमुना टोली बगरू में पीएलबी कलिंद्र उरांव, एवं पीएलबी निशा कुमारी, के द्वारा संविधान दिवस मनाया गया।इस अवसर पर विद्यालय के छात्र एवं शिक्षक तथा पीएलबी गण संविधान के प्रस्तावना एवं अनुच्छेद 51 ए के तहत मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों के महत्व को देखते हुए सामूहिक रूप से प्रस्तावना पढ़ते हुए बच्चों को समझने की कोशिश की गई कि हमारे अधिकार के साथ-साथ हमारे कर्तव्य भी हैं। मौलिक कर्तव्य को करते हुए ।हमें अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए ।
संविधान में दिया गया अधिकार और कर्तव्य सभी को पालन करना चाहिए हमें किसी के अधिकारों का हनन नहीं करना चाहिए और अपने कर्तव्यों का सही से पालन करना चाहिए।शिक्षा के अधिकार बाल श्रम उन्मूलन के अधिकार बाल विवाह उन्मूलन विकलांग एवं घरेलू हिंसा डायन विषय आदि कुरीतियों को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास कैसे किया जाए एवं उनके लिए क्या-क्या हमारे संविधान एवं कानून में प्रावधान है यह बतलाया गया, साथ ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षक शिक्षिका एवं छात्र-छात्राओं के अलावा ग्रामीणों की भी अच्छी खासी भागीदारी रही सभी लोगों ने अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में जाना और एकस्वर में कहा कि हम सब इस देश के वासी हैं। तो हमारे जो अधिकार है उसकी रक्षा करते हुए अपने कर्तव्यों की निर्वहन करने की पूरी कोशिश करेंगे। इस अवसर पर बोलते हुए कलिंद्र उरांव, ने कहा कि भारतीय संविधान इस देश की आत्मा है यह प्रत्येक नागरिक की हितों की रक्षा करने वाला संविधान है यह 70 -75सालों से देश के प्रत्येक नागरिक के हितों की रक्षा कर रहा है और आगे भी करेगा ।इस लिए हम सब मिलकर इसके मूल्यों को आत्मसात करें ।आज के कार्यक्रम में पीएलबी कलिंद्र उरांव, तथा पीएलबी निशा कुमारी, विद्यालय के शिक्षक शिक्षिका के अलावा सुषमा टोप्पो, सुषमा तिर्की, कपिल देव साहू, रीता कुमारी, पूनम भगत, काजल कुमारी, बसंती कुमारी, राखी कुमारी, सुगंटी कुमारी, सोनामानी कुमारी, सूरजमनी कुमारी, विशाल उरांव, राकेश उरांव, निरंजन उरांव, शिव महली, प्रेम उरांव, सचिन उरांव, सचिन बाकल, अर्जुन उरांव, विजय उरांव, देवी उरांव, आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

