रामगढ़ : विपरीत परिस्थितियों पर व्यक्ति को तोड़ती नहीं, बल्कि और मजबूत बनाती है, इस बात को सच साबित किया है मो अतहर अली ने जिन्होंने बचपन में पोलियो का शिकार होने के बावजूद हार नहीं मानी दिगवार निवासी दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी अतहर अली ने अपने हौसले और प्रतिभा के बल पर जिले और प्रदेश का मान बढ़ाया है , 5 साल की उम्र में पोलियो को चपेट में आने से अतहर अली का दाहिना पैर 60% तक प्रभावित हो गया था, समाज के ताने और शारीरिक कठिनाइयो ने उनका रास्ता कई बार रोका , लेकिन उन्होंने अपने जज्बे पर और मेहनत से इस कमजोरी को अपनी ताकत बना लिया, वर्ष 2006 में खेलों की दुनिया में कदम रखने वाले अतहर ने बताया की शुरुआत आसान नहीं थी, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी, आगामी 6 से 10 अक्टूबर तक श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित इंटरनेशनल पैरालंपिक क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए उनका भारतीय टीम में चयन हुआ है, उन्हें 21 से 27 सितंबर तक देहरादून के बेस कैंप में पहुंचना है। यह खबर पूरे इलाके के लिए गौरव का छन है , और ग्रामीणों के बीच हर्ष का माहौल है , अतहर ने विपरीत परिस्थितियों को पार करके क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई बचपन से ही शारीरिक चुनौतियों को झेलने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार अभ्यास के बल पर इस मुकाम तक पहुंचे , भारतीय पैरालंपिक क्रिकेट क्लब की ओर से चयन पत्र मिलना उनके जीवन का महत्वपूर्ण अवसर है। अतहर अली हिटमैन रोहित शर्मा को आदर्श मानते है ,परिवार और ग्रामीण इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं, बधाई देने वाले में से दिव्यांग परिवर्तन फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक विजय मेवाड़, संरक्षक शाहिद सिद्दीकी, नन्द किशोर उर्फ नंदू भैया, जितेंद्र कुमार, अंबरीन मंजर, पवन यादव , संतु भईया मानिक, वार्ड पार्षद कुलदीप कुशवाहा, अब्दुल अजीज, संदीप वा रीमा साहू ने बधाई दिया।